दोस्तों आज के समय में हर कोई इंटरनेट का उपयोग कर रहा है और इंटरनेट का उपयोग करते समय आपने भी कभी ना कभी Modem का उपयोग किया होगा या Modem के बारे में सुना होगा क्या आप जानते हैं कि Modem क्या होता है? और मॉडर्न के क्या कार्य होते हैं और यह कैसे कार्य करता है यदि आपको मॉडेम के बारे में जानकारी नहीं है तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पड़े क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको Modem के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने वाले हैं।
What is a modem In Hindi?
मॉडेम (Modem) एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो कंप्यूटर या अन्य डिजिटल डिवाइस को इंटरनेट या अन्य नेटवर्क से कनेक्ट करने के लिए उपयोग होता है। इसका पूरा नाम “मॉड्यूलेटर-डेमॉड्यूलेटर” है, जिसका संक्षेप “Modem” होता है।
Modem का काम होता है कंप्यूटर के डिजिटल डेटा को आपके इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) के द्वारा प्रदान की जाने वाली एनालॉग टेलीफोन लाइन के साथ में बदलना इस आर्टिकल में हम आपको Modem के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने वाले हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
इसके द्वारा, आप अपने कंप्यूटर को इंटरनेट पर डेटा डाउनलोड और अपलोड करने के लिए इंटरनेट पर कनेक्ट कर सकते हैं, विडियो कॉलिंग कर सकते हैं, ईमेल भेज सकते हैं, और अन्य डिजिटल सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं।
मॉडेम के प्रकार: Type of Modem
आमतौर पर Modem को चार भाग में बिभाजित किया गया है-
डायल-अप मॉडेम (Dial-up Modems):
डायल-अप मॉडेम एक प्रकार का Modem होता है जिसे आप टेलीफोन लाइन के माध्यम से कंप्यूटर से कनेक्ट करते हैं। यह पुराना Modem है और यह धीमा होता है, लेकिन यह इंटरनेट एक्सेस के लिए एक विकल्प के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
केबल मॉडेम (Cable Modems):
Cable Modem एक डिजिटल केबल टेलीविजन नेटवर्क के माध्यम से इंटरनेट एक्सेस प्रदान करता है। यह उच्च गति और तेजी से डेटा डाउनलोड करने की सुविधा प्रदान करता है।
DSL मॉडेम (DSL Modems):
DSL Modem डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन (DSL) के माध्यम से इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करता है। यह एक प्रकार की ब्रॉडबैंड कनेक्शन होती है और गति में उच्चतम और निरंतरता को बनाए रखता है।
फाइबर ऑप्टिक मॉडेम (Fiber Optic Modems):
Fiber Optic Modem इंटरनेट कनेक्शन को ऑप्टिक फाइबर केबल के माध्यम से प्रदान करता है। यह सबसे तेज और उच्च गति की इंटरनेट कनेक्शन प्रदान कर सकता है और बड़े डेटा फ़ाइल्स को तेजी से अपलोड और डाउनलोड करने की सुविधा प्रदान करता है।
ये सभी Modem विभिन्न प्रकार के इंटरनेट कनेक्शन को समर्थित करते हैं और यूज़र्स को वेब ब्राउज़ करने, ऑनलाइन स्ट्रीमिंग, ईमेल और अन्य डिजिटल गतिविधियों का आनंद लेने में मदद करते हैं।
मॉडेम काम कैसे करता है?
मॉड्यूलेशन और डीमॉड्यूलेशन (Modulation and Demodulation)
मॉडेम का मुख्य काम “मॉड्यूलेशन” और “डीमॉड्यूलेशन” की प्रक्रिया का पालन करना होता है। इससे पहले, डिजिटल डेटा को एक एनालॉग सिग्नल में परिवर्तित किया जाता है, जिसे “मॉड्यूलेशन” कहा जाता है। फिर, इस सिग्नल को प्राप्त करके वापस से डिजिटल डेटा में परिवर्तित किया जाता है, जिसे “डीमॉड्यूलेशन” कहा जाता है। यह प्रक्रिया डेटा को इंटरनेट या नेटवर्क के द्वारा transmitted और प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल होती है, जिससे इंटरनेट कनेक्शन बनता है।
डेटा प्रेषण और प्राप्ति (Data Transmission and Reception):
मॉडेम डेटा की प्रेषण और प्राप्ति के लिए एक डिजिटल डिवाइस और टेलीफोन लाइन के बीच एक communication channel का काम करता है। जब आप डेटा डाउनलोड करते हैं, तो Modem डिजिटल डेटा को एक एनालॉग सिग्नल में परिवर्तित करता है और उसे टेलीफोन लाइन के माध्यम से भेजता है।
फिर, दूसरी ओर, उपयोगकर्ता के मॉडेम डिवाइस यह सिग्नल प्राप्त करता है, और डिजिटल डेटा में फिर से परिवर्तित करके कंप्यूटर को पहुंचाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से, डेटा कंप्यूटर और इंटरनेट के बीच बिना किसी बड़ी समस्या के ट्रांसमिट होता है।
Modem का यह कार्य प्रमुखत: डिजिटल डेटा को एनालॉग सिग्नल में बदलना और उम्मीद से इसे पुनः डिजिटल डेटा में परिवर्तित करना, जिससे डेटा की प्रेषण और प्राप्ति संभव होती है।
Modem का इतिहास और विकास:
मॉडेम का प्रारंभिक रूप:
Modem का नाम “मॉड्यूलेटर-डेमॉड्यूलेटर” से आया है, और इसका प्रारंभिक रूप बहुत ही सामान्य और धीमा था। प्रारंभिक Modem विकसित किए गए थे ताकि डिजिटल डेटा को टेलीफोन लाइन के माध्यम से ट्रांसमिट किया जा सके।
पहले Modem एनालॉग सिग्नल को बिना किसी भी डिजिटल मोड्यूलेशन के प्रेषित और प्राप्त करने के लिए उपयोग किए जाते थे, और यह डेटा ट्रांसमिशन में कम गति और गुणवत्ता का कारण बनता था।
सालों के विकास:
Modem का विकास गति से हुआ है, और यह इंटरनेट और डेटा कनेक्टिविटी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान किया है। कुछ मुख्य विकास निम्नलिखित हैं:
Digital modulation:
अग्रिम मॉडेम केवल एनालॉग सिग्नल का उपयोग करते थे, लेकिन डिजिटल मोड्यूलेशन के आने से, इंटरनेट कनेक्शन की गति और गुणवत्ता में सुधार हुआ। यह डिजिटल डेटा को डिजिटल सिग्नल में ही प्रेषित करने की सुविधा प्रदान करता है।
DSL और केबल मॉडेम:
DSL (Digital Subscriber Line) और केबल मॉडेम के आगमन से ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन का आरंभ हुआ, जो तेज गति और स्थायिता के साथ डेटा प्रेषित करते हैं।
फाइबर ऑप्टिक मॉडेम: फाइबर ऑप्टिक Modem ने इंटरनेट कनेक्शन की तेज गति में बड़ा योगदान किया है, जिसमें ऑप्टिक फाइबर केबल का उपयोग किया जाता है। यह तेजी से बड़े डेटा फ़ाइल्स को अपलोड और डाउनलोड करने की सुविधा प्रदान करता है।
wireless modem:
वायरलेस Modem ने बिना तार के बिना इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करने में मदद की है, जिससे यूज़र्स को मोबाइल डिवाइस से इंटरनेट एक्सेस मिल सकता है।
इन विकासों के माध्यम से, Modem का योगदान इंटरनेट और डेटा कनेक्टिविटी के क्षेत्र में विशाल हुआ है तथा हमें तेज और स्थिर इंटरनेट कनेक्शन की सुविधा प्रदान कर रहा है।
मॉडेम का उपयोग:
घरेलू इंटरनेट कनेक्टिविटी:
Modem का सबसे आम उपयोग घरेलू इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए होता है। आप एक मॉडेम का उपयोग करके अपने घर के कंप्यूटर या वायरलेस राउटर को इंटरनेट से कनेक्ट करते हैं, जिससे आप वेब ब्राउज़ कर सकते हैं, ईमेल भेज सकते हैं, वीडियो स्ट्रीम कर सकते हैं, और अन्य डिजिटल सेवाओं का आनंद ले सकते हैं।
व्यवसायिक उपयोग:
Modem का व्यवसायिक उपयोग भी बहुत महत्वपूर्ण है। व्यवसायों में Modem का उपयोग नेटवर्क कनेक्टिविटी के लिए किया जाता है, जिससे कंप्यूटर्स और डेटा सेंटर्स को इंटरनेट और विभिन्न व्यवसायिक सेवाओं से कनेक्ट किया जा सकता है। यह विभिन्न व्यवसायिक कार्यों, जैसे कि डेटा प्रेषण, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, वायरलेस नेटवर्किंग, और वेब होस्टिंग के लिए उपयोग किया जाता है।
मॉडेम और राउटर के बीच की अंतर:
कार्य :
मॉडेम (Modem) डिजिटल डेटा को एनालॉग सिग्नल में और उसी डेटा को वापस से डिजिटल डेटा में परिवर्तित करने का काम करता है ताकि डेटा को इंटरनेट या नेटवर्क के साथ ट्रांसमिट किया जा सके। इसके विपरीत राउटर (Router) नेटवर्क डेटा को प्राप्त करता है और उसे विभिन्न डिवाइसेस और नेटवर्क सेगमेंट्स के बीच पहुंचाने का काम करता है।
स्विचिंग क्षमता:
मॉडेम एक कनेक्शन को स्विच नहीं करता है, इसका काम केवल डेटा को ट्रांसमिट करने और प्राप्त करने में होता है। जबकि इसके विपरीत राउटर और स्विच (Switch) नेटवर्क में डेटा को स्विच करने की क्षमता रखते हैं, जिससे डेटा को विभिन्न डिवाइसेस के बीच भेजा जा सकता है।
मॉडेम और स्विच के बीच की अंतर:
कार्य:
मॉडेम (Modem) डिजिटल डेटा को एनालॉग सिग्नल में परिवर्तित करता है और उसे वापस डिजिटल डेटा में परिवर्तित करता है, ताकि डेटा को इंटरनेट या नेटवर्क के साथ ट्रांसमिट किया जा सके तथा स्विच (Switch) नेटवर्क में डेटा को प्राप्त करता है और उसे विभिन्न डिवाइसेस के बीच स्विच करने के लिए होता है।
Data Acquisition:
Modem डेटा को एक इंटरनेट सेवा प्रदानकर्ता (ISP) से प्राप्त करता है और प्रेषित करता है, जबकि स्विच नेटवर्क के डिवाइसों के बीच में डेटा को स्विच करता है ताकि वे एक-दूसरे से संवाद कर सकें।
उपयोग:
Modem घरेलू इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए और व्यवसायिक नेटवर्कों के साथ इंटरनेट कनेक्ट करने के लिए प्रयुक्त होता है। स्विच नेटवर्क में डेटा को स्विच करने के लिए प्रयुक्त होता है ताकि विभिन्न डिवाइसेस एक-दूसरे से संवाद कर सकें।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में हमने आपको मॉडेम के बारे में जानकारी दी है Modem in Hindi (Modem क्या होता है?) Modem कैसे कार्य करता है? और Modem के उपयोग क्या है? यदि आपको मॉडेम के बारे में जानकारी पसंद आई है तो उसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें और हमें Google News पर जरूर फॉलो करें।
FAQs
मॉडेम क्या है इसके कार्य?
मॉडेम (Modem) एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो कंप्यूटर या अन्य डिजिटल डिवाइस को इंटरनेट या अन्य नेटवर्क से कनेक्ट करने के लिए उपयोग होता है।
मॉडम कितने प्रकार के होते हैं?
आमतौर पर Modem को चार भाग में बिभाजित किया गया है-
मॉडेम का आविष्कार किसने किया था?
मॉडेम का आविष्कार डेनिस सी. हेस किया था।
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